Two Lines Shayari
Monday 3 August 2015
बहुत तलाशी हमने वजह
,
तेरे बाद खुश रहने की
,
फिर भी न लौट कर आयी
,
मुस्कराहट मेरे लबों पर...
वो एक रात जला तो उसे. . . .. .
.. . . .
दीपक कह दिया
हम बरसो से जल रहे हैं. . . . . . . . .हमें भी कोई तो खिताब दो
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)